सखी फूले बसन्त के फूल बिरह तनु जारे, Sakhi Phole Basant Chautal Geet

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आप सभी के लिए यह मेरा एक छोटा सा प्रयास है की आपको होली के चौताल व बारहमासा गीत के लिरिक्स दे सकूँ |

सखी फूले बसन्त के फूल बिरह तनु जारे | Sakhi Phole Basant Chautal Geet in Hindi

सखी फूले बसन्त के फूल बिरह तनु जारे ||
चम्पा फुले गुलाब फुले सुरुजमुखी कचनारे ||

उड़हुल बेलि चमेलि फुलानेहो,
सर कमल फुले रतनारे ||१ ||

जुही मालती कंदइल दाड़िम गोंदा फुले हजारे ||
लाल अनार कुसुमकलियनहो सखी सिरीस फुले अतिबारे ||२ ||

बाग पियाबिन फूल फुलाने मारत जान हमारे ||

जो पीया होत हमारे संगमेंहो,
सखि करत बिथा सब न्यारे ||३ ||

कोइल सब्द करत बगियामें सुनि सुनि फटत दरारे ||

लालबिहारी कहत समुझाइ हो,
गोरी तुमरो बलम अतिबारे ||४ ||


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