Shrit Kamla Kuch Mandal: श्रित कमला कुच मंडल धृत कुण्डल ए लिरिक्स

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इस Article में आपको – ​Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics, श्रित कमला कुच मंडल धृत कुण्डल ए लिरिक्स का हिंदी सरगम नोट्स भी दिया जा रहा है  |

Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics, श्रित कमला कुच मंडल धृत कुण्डल ए लिरिक्स

Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics
Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics, श्रित कमला कुच मंडल धृत कुण्डल ए लिरिक्स

श्रित कमला कुच मण्डल धृत कुण्डल ए |
कलित ललित वन माल जय जय देव हरे|| 1 ||

दिन मणि मण्डल मण्डन भवखण्डन ए |
मुनि जन मानस हंस जय जय देव हरे|| 2 ||

कालिय विषधर गंजन जन रंजन ए |
यदुकुल नलिन दिनेश जय जय देव हरे|| 3 ||

मधु मुर नरक विनाशन गरुडासन ए।
सुर कुल केलि निदान जय जय देव हरे|| 4 ||

अमल कमल दल लोचन भवमोचन ए |
त्रिभुवन भवन निधान जय जय देव हरे|| 5 ||

जनक सुता कृत भूषण जित दूषण ए |
समर शमित दशकण्ठ जय जय देव हरे|| 6 ||

अभिनव जल धर सुन्दर धृत मन्दर ए |
श्रीमुख चन्द्रचकोर जय जय देव हरे|| 7 ||

तव चरणे प्रणता वयमिति भावय ए |
कुरु कुशलं प्रणतेषु जय जय देव हरे|| 8 ||

श्रीजय देव कवे रुदित मिदं कुरुते मृदम् |
मंगल मंजुल गीतं जय जय देव हरे|| 9 ||


Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics With Sargam Notes, श्रित कमला कुच मंडल सरगम नोट्स

  • Shrit Kamla Kuch Mandal Sargam Notes, श्रित कमला कुच मंडल सरगम नोट्स में लगने वाले स्वर:-
  • मन्द्र सप्तक में शुद्ध नि और मध्य सप्तक में सा, रे, ग, म, प, ध और कोमल नि का प्रयोग किया गया है |
  • इस भजन के सरगम नोट्स में दोनों नि का प्रयोग किया गया है | इसलिए कोंमल नि के लिए ( / ) चिन्ह का प्रयोगकिया गया है |
  • एवं यह कहा जा सकता है कि यह थाट खमाज पर आधारित है |
  • राग खमाज के लिए यहाँ क्लिक करे- Raag Khamaj Parichay and Bandish Notation With Alap and Taan

यहाँ Shrit Kamla Kuch Mandal Lyrics With Sargam Notes, श्रित कमला कुच मंडल सरगम नोट्स दिया गया है –

भजन- श्रित कमला कुच मंडल धृत कुण्डल ए

श्रित कमला कुच मण्डल धृत कुण्डल ए
प-    प प   धपम पसांनिध पम गरेगम ग
धृत कुण्डल ए s s
म गरेगम ग रे सा

कलित   ललित   वन माssल जय जय देव हरे
सासासा सासारे गम गरे–रे रेग मग रेसा .निसा

दिन मणि मण्डल मण्डन भव खण्डन ए
प-   प प धपम पसांनिध पम गरेगम ग
भव खण्डन ए
म गरेगम ग

मुनि जन माsनस हंsस जय जय देव हरे
सासा सासारे गम गरे –रे रेग मग रेसा .निसा

कालिय विषधर गंजनss जन रंजन ए
प-प प धपम पसांनिध पम गरेगम ग
जन रंजन ए
म गरेगम ग

यदुकुल नलिन दिनेssश जय जय देव हरे
सासा सासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा

मधु मुर नरक विनाशन गरु डासन ए
प-प प धपम पसांनिध पम गरेगम ग
गरु डासन ए
म गरेगम ग

सुर कुल केलि निदान जय जय देव हरे
सासा सासारे गम गरे–रे रेग मग रेसा .निसा

अमल कमल दल लोचन भव मोचन ए
प-प पधप मप सांनिध पम गरेगम ग
भव मोचन ए
म गरेगम ग

त्रिभुवन भवन निधाssन जय जय देव हरे
सासासा सासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा

जनक सुताs कृत भूषण जित दूषण ए
प-प पधप मप सांनिध पम गरेगम ग
जित दूषण ए
म गरेगम ग

समर शमित दशकण्ठ जय जय देव हरे
सासासा सासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा

अभिनव जल धर सुन्दर धृत मन्दर ए
प-पप धप मप सांनिध पम गरेगम ग
धृत मन्दर ए
म गरेगम ग

श्रीमुख चsन्द्र चकोssर जय जय देव हरे
सासासा सासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा

तव चरणे प्रणताss वय मितिभावय ए
प-प पधप मपसांनिध पम गरेगम ग
वय मितिभावय ए
म गरेगम ग

कुरु कुशलं प्रणतेssषु जय जय देव हरे
सासा सासासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा

श्रीजय देव कवे रुदित मिदं कुरुते मृदम्
प-प पध पम पसांनिध पम गरेग मग

मंगल मंजुल गीsssतं जय जय देव हरे
सासासा सासारे गमगरे–रे रेग मग रेसा .निसा


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