Karti Hu Tumhara Vrat Main Lyrics | करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं स्वीकार करो माँ लिरिक्स
करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं,
स्वीकार करो माँ |
मझधार में मैं अटकी,
बेड़ा पार करो माँ,
बेड़ा पार करो माँ ||
हे माँ संतोषी,माँ संतोषी ||
बैठी हूँ बड़ी आशा से,
तुम्हारे दरबार में,
क्यूँ रोये तुम्हारी बेटी,
इस निर्दयी संसार में |
पलटा दो मेरी भी किस्मत,
पलटा दो मेरी भी किस्मत,
चमत्कार करो माँ ||
मझधार में मैं अटकी,
बेड़ा पार करो माँ,
बेड़ा पार करो माँ ||
हे माँ संतोषी,माँ संतोषी ||
मेरे लिए तो बंद है,
दुनिया की सब राहें |
कल्याण मेरा हो सकता है,
माँ आप जो चाहें,
चिंता की आग से मेरा,
चिंता की आग से मेरा,
उद्धार करो माँ ||
मझधार में मैं अटकी,
बेड़ा पार करो माँ,
बेड़ा पार करो माँ ||
हे माँ संतोषी,माँ संतोषी ||
दुर्भाग्य की दीवार को तुम,
आज हटा दो |
मातेश्वरी वापिस मेरे,
सौभाग्य को ला दो,
इस अभागिनी नारी से,
इस अभागिनी नारी से,
कुछ प्यार करो माँ ||
मझधार में मैं अटकी,
बेड़ा पार करो माँ,
बेड़ा पार करो माँ ||
हे माँ संतोषी,माँ संतोषी ||
करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं,
स्वीकार करो माँ |
मझधार में मैं अटकी,
बेड़ा पार करो माँ,
बेड़ा पार करो माँ ||
हे माँ संतोषी,माँ संतोषी ||