किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता लिरिक्स, Kisi Se Unki Manzil Ka Pata Lyrics

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किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता लिरिक्स | Kisi Se Unki Manzil Ka Pata Lyrics In Hindi

Kisi Se Unki Manzil Ka Pata Lyrics
Kisi Se Unki Manzil Ka Pata Paya Nahi Jata Lyrics

यहाँ – ​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता लिरिक्स, Kisi Se Unki Manzil Ka Pata Lyrics दिया गया है-

भजन -​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता लिरिक्स

​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता,
जहाँ है वो वहाँ गम का साया नहीं जाता,
​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता ||

फकीरी में भी मुझको मांगने में शर्म आती है,
तेरे बनके अब मुझसे हाथ फैलाया नहीं जाता,
​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता ||

मेरे टूटे हुए पेरो तलब का मुझ पे एहसान है,
तेरे दर से अब उठके और जाया नहीं जाता,
​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता,
इबादत के लिए कुछ ख़ास दिल मख्सूस होते है ||

ये वो नगमा है जो हर साज पे गया नहीं जाता,
​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता,
जहाँ है वो वहाँ गम का साया नहीं जाता,
​​किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नहीं जाता ||


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