Top 10 Valmiki Bhajan Lyrics In Hindi | वाल्मीकि भजन लिरिक्स
यहाँ नीचे Top 10 Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स दिया गया है –
Top 10 Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स –
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा लिरिक्स, Ho Gaye Bhav Se Par Lyrics दिया गया है-
भजन - हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा लिरिक्स
स्वर – राजन जी महाराज
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
वाल्मीकि अति दुखी दीन थे,
बुरे कर्म में सदा लीन थे,
करी रामायण तैयार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
थे नल-नील जाति के वानर,
राम नाम लिख दिया शिला पर,
हो गई सेना पार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
भरी सभा में द्रुपद दुलारी,
कृष्ण द्वारिकानाथ पुकारी,
बढ़ गया चीर अपार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
गज ने आधा नाम पुकारा,
गरूड़ छोड़ कर उसे उबारा,
किया ग्राह उद्धार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
मीरा गिरधर नाम पुकारी,
विष-अमृत कर दिए मुरारी,
खुलगए चारों द्वार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
राम नाम को जो कोई गावे,
अपने तीनों लोक बनावे,
है जीवन का सार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
जिनको स्वयं तार नहीं पाये,
नाम लिये से मुक्ति पाये,
महिमा नाम अपार लेकर नाम तेरा,
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ||
Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – जहर पी गया शिव कोई ना संभाले लिरिक्स, Zahar Pee Gaya Shiv Lyrics दिया गया है-
भजन - जहर पी गया शिव कोई ना संभाले लिरिक्स
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव ||
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव ||
चढ़ा जा रहा है नसों में जहरीला
हुआ जा रहा है बदन नीला नीला
जली मेरी जिह्वा पड़े कंठ छाले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव ||
मैं मर मर के पल पल प्रभु जी रहा हूं
समझ खुद को दाता जहर पी रहा हूं
सजा वार को अपने चरणी लगा ले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव ||
खड़े हाथ जोड़े यह मंदिर शिवाले
तड़पते हैं राही मेरे नाग काले
तू अमृत दवात में मुझको छुपा ले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव ||
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले
प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले
ज़हर पी गया शिव |
Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स
नित नेम से जो भी उठकर वाल्मीकि जी को | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – नित नेम से जो भी उठकर वाल्मीकि जी को ध्याता है लिरिक्स, Nit Nem Se Uthkar Lyrics दिया गया है-
भजन - नित नेम से जो भी उठकर वाल्मीकि जी को ध्याता है लिरिक्स
नित नेम से जो भी उठकर
वाल्मीकि जी को ध्याता है
हर संकट मिट जाये उसका
सुखी जीवन हो जाता है
कर देते माला माल
जगत गुरु वाल्मीकि
आये दुनिया में अवतार जगत गुरु वाल्मीकि
करने दुनिया का उद्धर जगत गुरु वाल्मीकि
आदि कवि प्रभु वाल्मीकि जी
रामायण के रचयिता है
चारो युगो के है अवतार
हर युग में तुम्हें देखा है
सुन दुखियो की ये पुकार
जगत गुरु वाल्मीकि
आये दुनिया में अवतार जगत गुरु वाल्मीकि
करने दुनिया का उद्धर जगत गुरु वाल्मीकि
मां सीता को दुख ने घेरा
सुख का आशियाना दीया प्रभु
लव और कुश को देके भेजो
बन गए द उनके गुरु
पासी केसरी का करदो उद्धार
जगत गुरु वाल्मीकि
आये दुनिया में अवतार जगत गुरु वाल्मीकि
करने दुनिया का उद्धर जगत गुरु वाल्मीकि
Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में लिरिक्स, Rishi Valmiki Ki Kutiya Me Lyrics दिया गया है-
भजन - ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में लिरिक्स
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
जंगल में आग जब लगती है
उसे सभी बुझाने आते हैं
जब में में आग लग जाती है
उसे कोई बुझा नहीं पाता है
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
कपड़े में दाग जब लगता है
साबुन से मिटाया जाता है
जब कुल में दाग लग जाता है
उसे कोई छुड़ा नहीं पाता
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
जब तन से कपड़ा फटता है
सुई धागे से वो सिल जाता है,
जब दिल से दिल फट जाता है
उसे कोई भी सिल नहीं पाता है
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
जो गहरी नींद में सो जाए
उसे सभी जगाने आते है
जो हरी की नींद में सो जाए
उसे कोई जगा नहीं पाता है
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
जो ठोकर खाकर गिर जाए
उसे सभी उठने आते हैं
जो नज़रों से गिर जाता है
उसे कोई उठा नहीं पाता है
ऋषि वाल्मीकि की कुटिया में
एक सीता प्यारी रहती हैं ||
Valmiki Bhajan Lyrics, वाल्मीकि भजन लिरिक्स
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान लिरिक्स, Pragateyo Prabhu Valmiki Lyrics दिया गया है-
भजन - प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान लिरिक्स
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
श्रृष्टि रचैया रमन रचैयाँ
करुना के सागर प्रभु दया वान
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान ||
प्रभु श्री राम से पेहले लिखी थी गाथा
ब्रह्म ग्यानी हमरे जगत विध्याता
आध कवी मेरे ऋषि वर दाता,
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान ||
सीता मैया के दुःख निवारे
योधा लव कुश शरण तिहारे
शाश्त्र विद्या गुण दिए सारे
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान ||
अमृत से अमृत सर नगरी वसाई,
गुरु ज्ञान नाथ में अपनी ज्योत जगाई,
वाल्मीकि तीर्थ में रेहमते बरसाई,
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान ||
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
श्रृष्टि रचैया रमन रचैयाँ
करुना के सागर प्रभु दया वान
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान ||
वाल्मीकि की जय जय | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – वाल्मीकि की जय जय लिरिक्स, Valmiki Ki Jai Jai Lyrics दिया गया है-
भजन - वाल्मीकि की जय जय लिरिक्स
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय |
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सर्व कला संपूर्ण टीनो लोक रचना
भगवान टीनो लोक रचना सतगुरु टीनो लोक रचना
अलख निरंजन स्वामी तुम सबके करता
भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
गुरु भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि की जय जय ||
भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि परमेश्वर आदि का तू अनंत जे जगद का तू अनंत
दिन बंधु मेरे दीना बंधु मेरे पूर्ण भगवंत
गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि की जय जय ||
भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
पूर्ण गुरु श्री दयाला सबके दुख हरता
भगवान सबके दुख हरता
शाम सवेरे तुमरा भजन राम हरता
गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि की जय जय ||
भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
योग वशिष्ठ बनाया रामचरित्र रचा सतगुरु रामचरित्र रचः
लक्कर पापी तार गए शंकर अमर कथा
गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि की जय जय ||
भगवान वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि जी आरती जो कोई नर गए
भगवान जो कोई नर गए सतगुरु जो कोई नर गए
कहत ज्ञान नाथ स्वामी मन इच्छा फल पावे
गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय |
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय ||
स्वामी वाल्मीकि की जय जय ||
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय ||
डगमग नैया डोलती वाल्मीकि करतार | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – डगमग नैया डोलती वाल्मीकि करतार लिरिक्स, Dagmag Naiya Dolti Lyrics दिया गया है-
भजन - डगमग नैया डोलती वाल्मीकि करतार लिरिक्स
डगमग नैया डोलती, वाल्मीकि करतार,
तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार,
कौन लगाए पार ||
किसे पुकारे गोमती, कहाँ करें फरियाद,
मेरा भरोसा आप हो, ञैलोकी के नाथ,
किसे पुकारे गोमती, कहाँ करें फरियाद,
मेरा भरोसा आप हो, ञैलोकी के नाथ,
दासी की हर भूल को, बख्श दे यो दातार,
तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार,
कौन लगाए पार ||
आशा है विश्वास है, करोगे पूरण आस,
मेरे लाल कनोज की, फिर से जिएगी लाश,
आशा है विश्वास है, करोगे पूरण आस,
मेरे लाल कनोज की, फिर से जिएगी लाश,
प्रगट हो परमात्मा, बीत गए दिन चार,
तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार,
कौन लगाए पार ||
दर्द मेरे का राहीया, सागर बड़ा विशाल,
वाल्मीकि बिना आपके, हाल हुए बेहाल,
दर्द मेरे का राहीया, सागर बड़ा विशाल,
वाल्मीकि बिना आपके, हाल हुए बेहाल,
आदि कवि संसार के, आप हो तारणहार,
तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार,
कौन लगाए पार ||
डगमग नैया डोलती, वाल्मीकि करतार,
तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार,
कौन लगाए पार ||
वाल्मीकि में ही जिए हम | Valmiki Bhajan Lyrics
काम का नाम यूँही ऊँचा करेंगे
काम का नाम यूँही ऊँचा करेंगे,
काम का नाम यूँही ऊँचा करेंगे
काम का नाम यूँही ऊँचा करेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे,
रुकेंगे नहीं हम आगे बढ़ेंगे रुकेंगे नहीं हम आगे बढ़ेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
कृपा है दाता की वाल्मीकि घर में जन्म है पाया,
प्रभु वाल्मीकि छोड़ ये दामन कही नहीं फैलाया,
कृपा है दाता की वाल्मीकि घर में जन्म है पाया,
प्रभु वाल्मीकि छोड़ ये दामन कही नहीं फैलाया,
दिल में ना कोई भरम रखेंगे दिल में ना कोई भरम रखेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
ना कोई लालच ना कोई डर ही हमको डराए,
भरी सभा में लाल वाल्मीकि कहते ना शर्माए,
ना कोई लालच ना कोई डर ही हमको डराए,
भरी सभा में लाल वाल्मीकि कहते ना शर्माए,
मान सम्मान यु ही क़याम रखेंगे मान सम्मान यु ही क़याम रखेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
वाल्मीकि ही मरेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे,
रुकेंगे नहीं हम आगे बढ़ेंगे रुकेंगे नहीं हम आगे बढ़ेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
कृपा है दाता की वाल्मीकि घर में जन्म है पाया,
प्रभु वाल्मीकि छोड़ ये दामन कही नहीं फैलाया,
कृपा है दाता की वाल्मीकि घर में जन्म है पाया,
प्रभु वाल्मीकि छोड़ ये दामन कही नहीं फैलाया,
दिल में ना कोई भरम रखेंगे दिल में ना कोई भरम रखेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
ना कोई लालच ना कोई डर ही हमको डराए,
भरी सभा में लाल वाल्मीकि कहते ना शर्माए,
ना कोई लालच ना कोई डर ही हमको डराए,
भरी सभा में लाल वाल्मीकि कहते ना शर्माए,
मान सम्मान यु ही क़याम रखेंगे मान सम्मान यु ही क़याम रखेंगे,
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
वाल्मीकि में ही जिए हम वाल्मीकि ही मरेंगे ||
जय जय वाल्मीकि जी सारा ही जग गावे | Valmiki Bhajan Lyrics
यहाँ – जय जय वाल्मीकि जी सारा ही जग गावे लिरिक्स, Jai Jai Valmiki Ji Lyrics दिया गया है-
भजन - जय जय वाल्मीकि जी सारा ही जग गावे लिरिक्स
स्वर – कुमार सोनू, मास्टर प्रिंस
जय जय वाल्मीकि जी सारा ही जग गावे
सोहनी पालकी च सतगुरु चलेया आवे
मथे टेको आओ सारे शीश निबा लिए
अरशो धरती आई ज्योत इलाही आ ||
बजे नगाड़े गली बजारे श्रृष्टि करता आये ने
सब दे भाग जगाए ने सब दे लेख बनाये ने
घर घर होया रोशन सारा सब ने दीप जलाए ने
पाया चिड़िया ने चीख चिहाड़ा
बड़ा पावन है अज दा दिहाड़ा
मथे टेको आओ सारे शीश निबा लिए
अरशो धरती आई ज्योत इलाही आ ||
अर्शो मीह फुला दा वरदा
देवते देंन वधाईया जी
अज सोह्नियाँ रुता आइया
सब दिंदे वधाईया जी
परम पिता प्रभु वाल्मिक ने
कैसिया रोंनका लाइया जी
बड़ा च्डेया ऐ चा सारे जग नु
धन सची हो गे वेख उस रब नु
मथे टेको आओ सारे शीश निबा लिए
अरशो धरती आई ज्योत इलाही आ ||
तीन लोक दे मालिक सतगुरु
युग युग दे भंडार भरे
दाता सबनू प्यार करे
आप बनावे आपी वेखे
आपे सबनू प्यार करे
सिफता कुल संसार करे
प्रिंस सोनू नु सच है सुनाया
प्रभु ज्योत सुनेहरी विच आया
मथे टेको आओ सारे शीश निबा लिए
अरशो धरती आई ज्योत इलाही आ ||
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