आ लौट के आजा हनुमान लिरिक्स, Aa laut ke aaja hanuman lyrics & Notation
Aa laut ke aaja hanuman lyrics
यहाँ आ लौट के आजा हनुमान लिरिक्स, Aa laut ke aaja hanuman lyrics दिया गया है –
तर्ज – आ लौट के आजा मेरे मीत।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।
गए पवन सूत लाने संजीवन
अब तक क्यों नही आये
सेनापति सुग्रीव पुकारे
नर बानर घबराये
सब लोग भये सुनसान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
आ लौट के आजा हनुमान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
कभी तडपते कभी बिलखते
जीभर के प्रभु रोते
हाये लखन अपनी माता का बेटा है इकलौता
यु रुदन करत है महान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
आ लौट के आजा हनुमान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
बीती सारी रेन के अब तो,
क्षण भर भी ना बाकी,
देखत देखत राह तुम्हारी,
बैरन अँखियाँ थाकि,
सूर्योदय लेगा जान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।
पहली किरण उगने ना पाई,
ले आए संजीवन,
मूर्छा दूर करी लक्ष्मण की,
तन कर दीन्हा कंचन,
बजरंग तू ही बलवान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।
आ लौट के आजा हनुमान नोट्स, Aa laut ke aaja hanuman Sargam Notes
इस आ लौट के आजा हनुमान नोट्स, Aa laut ke aaja hanuman Sargam Notes में लगाने वाले स्वर इस प्रकार से हैं –
- मन्द्र सप्तक में कोमल नि और फिर मध्य सप्तक में सा, रे और कोमल ग का प्रयोग किया गया है और फिर म, प, कोमल नि और तार सप्तक का सां का प्रयोग हुआ है | तो इस आ लौट के आजा हनुमान नोट्स, Aa laut ke aaja hanuman Sargam Notes में ग और नि पूर्णतयः कोमल है |
- अतः आ लौट के आजा हनुमान नोट्स, Aa laut ke aaja hanuman Sargam Notes में कोमल स्वरों के लिए किसी भी चिन्ह का प्रयोग नहीं किया गया है |
यहाँ आ लौट के आजा हनुमान नोट्स, Aa laut ke aaja hanuman Sargam Notes दिया गया है
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
लक्ष्मण के बचा ले तू प्राण
सांसांनि सा निप म रे म
तुम्हे श्री राम बुलाते है
मग रे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
अंतरा :-
गए पवन सूत लाने संजीवन
पसां सांसांनि पप पनि निपमम
अब तक क्यों नही आयेs
मप पप म रेरे रेरेम
सेनापति सुsग्रीव पुकारे
निनिनिनि निपसांनि निपम
नर बानर ( घबराsये )
मप पमरे ( सा.नि.निसासा )
सब लोsग भयेs सुनसान
सारे सानिनि निनिसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
कभी तडपते कभी बिलखते
पसां सांसांनिप पपनि निपमम
जीभर के प्रभु रोते
मपप म रेरे रेरेम
हाये लखन अपनी माता का
निनि निनि निपसां निनिप म
बेsटा हैs ( इकलौsता )
मपप मरे ( सा.नि.निसासा )
यु रुदन करत है महान
सारे सानिनि निनिसा रे सारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
बीsती सारीs रेsन के अब तो
पसांसां सांनिप पनिनि नि पप म
क्षण भर भी नाs बाsकी
मप पप म रे रेमम
देखत देखत राह तुम्हारी
निनिनि निनिप सांनि निपम
बैरन अँखियाँs थाकि
मपप मरेसा.नि .निसासा
सूsर्योsदय लेsगाs जान
सारेसानिनि निसारेसा रे
तुम्हे श्री राम बुलाते है
मग रे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
पहली किरण उगनेs ना पाईs
पसां सांसां निपप नि निपम
लेs आएs संजीवन
मप पपम रेरेम
मूर्छा दूर करी लक्ष्मण की
निनि निनि पसां निनिप म
तन कर दीन्हा कंचन
मप पम रेसा.नि .निसासा
बजरंsग तूहीs बलवान
सारेसानिनि निनिसा रेसारे
तुम्हे श्री राम बुलाते है
मग रे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा
लक्ष्मण के बचा ले तू प्राण
सांसांनि सा निप म रे म
तुम्हे श्री राम बुलाते है
मग रे सा.नि .निसारे सा
आs लौsट के आजा हनुमान
सारे सानिनि नि निसा रेसारे
तुम्हेs श्रीs राम बुलाते है
रेरेम गरे सा.नि .निसारे सा