Top 10 Lakkha Bhajan Lyrics, लखबीर सिंह लक्खा भजन लिरिक्स
1. मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया लिरिक्स
Song – Main Hoon Sharan Mein Teri Krishna Bhajan
Singer – Lakhbir Singh Lakkha
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया,
कश्ती मेरी लगा दो उस पार ओ कन्हैया ||
मेरी अरदास सुन लीजै,
प्रभु सुध आन कर लीजै,
दरश इक बार तो दीजै |
मैं समझूंगा श्याम रीझे,
पतवार थाम लो तुम,
मजधार में है नैया ||
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया ||
भगत बेचैन है तुम बिन,
तरसते नैन है तुम बिन,
अँधेरी रैन है तुम बिन |
कही ना चैन है तुम बिन,
है उदास देखो तुम बिन,
गोपी ग्वाल गईया ||
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया ||
दयानिधि नाम है तेरा,
कहाते हो अंतर्यामी,
समाये हो चराचर में,
सकल संसार के स्वामी |
नमामि नमामि हरदम,
त्रिजधाम के बसईया ||
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया ||
तेरी यादो का मन मोहन,
ये दिल में उमड़ा है सावन,
बुझेगी प्यास इस दिल की |
सुनूंगा जब तेरा आवन,
पावन पतित को करना,
जगदीश ओ कन्हईया ||
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया ||
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचईया,
कश्ती मेरी लगा दो उस पार ओ कन्हैया ||
2. भर दे रे श्याम झोली भर दे लिरिक्स | Top 10 lakkha bhajan lyrics
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे,
ना बहलाओ बातों में
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे,
ना बहलाओ बातों में ||
दिन बीते बीती रातें,
अपनी कितनी हुयी रे मुलाकाते,
तुझे जाना पहचाना,
तेरे झुठे हुए रे सारे वादे,
भूले रे श्याम तुम तो भूले – भूले,
क्या रखा हैं वादों में ||
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे
ना बहलाओ बातों में ||
गुरु तू ही तो मेरा भगवान हैं,
तुझे चाहु तुझे पाऊ,
मेरे दिल का यही तो अरमान हैं |
पढ़ ले रे श्याम दिल की पढ़ ले,
सब लिखा है आँखों में ||
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे
ना बहलाओ बातों में ||
मेरी नैया ओ कन्हैया
पार कर दे तू बनके खिवईया,
मैं तो हारा गम के मारा
आजा आजा ओ बंशी बजैया,
लेले रे श्याम अब तो लेले
मेरे हाथ हाथो में ||
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे
ना बहलाओ बातों में ||
तू है मेरा मैं हूँ तेरा
मैंने डाला तेरे दर पे डेरा,
मुझे आस है विश्वाश है
श्याम भर देगा दामन तू मेरा,
झूमे रे श्याम नंदू झूमे,
झूमे तेरी ही बाहो में ||
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे
ना बहलाओ बातों में ||
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे,
ना बहलाओ बातों में
भर दे रे श्याम झोली भर दे – भर दे,
ना बहलाओ बातों में ||
3. वो है कितनी दीनदयाल लिरिक्स | Top 10 lakkha bhajan lyrics
गायक- लखबीर सिंह (लक्खा)
भजन- वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊ
“कोई कमी नही है, दर मैया के जाके देख,
देगी तुझे दरशन मैया, तू सर को झुका के देख,
अगर आजमाना है, तो अजमा के देख,
पल भर में भरेगी झोली, तू झोली फैला के देख ||”
Wo Hai Kitni Deen Dayal Lyrics
वो है जग से बे-मिसाल सखी,
माँ शेरोवली कमाल सखी,
तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ
तुझे क्या बतलाऊ ||
जो सच्चे दिल से,
द्वार मैय्या के जाता है,
वो मुँह माँगा वर,
जग जननी से पाता है ||
फिर रहे ना वो, कंगाल सखी,
हो जाए, मालामाल सखी,
तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ,
तुझे क्या बतलाऊ ||
माँ पल-पल करती,
अपने भगत की रखवाली,
दुख रोग हरे,
एक पल में माँ शेरोवली ||
करे पूरे सभी सवाल सखी,
बस मन से भरम निकाल सखी,
तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ,
तुझे क्या बतलाऊ ||
माँ भर दे खाली गोद,
की आँगन भर देवे,
खुशियो के लगा दे ढेर,
सुहागन कर देवे ||
माँओ को देती लाल सखी,
रहने दे ना कोई मलाल सखी,
तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ,
तुझे क्या बतलाऊ ||
हर कमी करे पूरी,
माँ अपने प्यारो की,
लंबी है कहानी,
मैया के उपकरों की ||
देती है मुसीबत टाल सखी,
कहा जाए ना सारा हाल सखी,
री तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ,
तुझे क्या बतलाऊ ||
वो है जग से बे-मिसाल सखी,
माँ शेरोवली कमाल सखी,
तुझे क्या बतलाऊ,
वो है कितनी दीनदयाल,
सखी री तुझे क्या बतलाऊ
तुझे क्या बतलाऊ ||
4. माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे लिरिक्स | लखबीर सिंह लक्खा भजन लिरिक्स
“
तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे ||
(चाहे छुट जाये ज़माना,या मालो -जर छूटे,
ये महल और अटारी,या मेरा घर छूटे,
पर कहता है ये लख्खा,ऐ मेरी माता,
सब जगत छूटे,पर तेरा न द्वार छूटे)
तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे,
अपना दुखडा मैं किसको सुनाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ||
इक आस मुझे तुमसे है मैया,
टूटे कहीं ना विश्वास मेरा मैया |
तेरे सिवा कहाँ झोली फैलाऊँ ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ||
तेरे आगे मैंने दामन पसारा है,
मुझको ए मैया तेरा ही सहारा है ||
कहाँ जाऊँ जहाँ जाके कुछ पाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ||
लख्खा आया मैया बन के सवाली है,
तेरे दर से गया ना कोई खाली है |
केसे गीत मै निराश होके गाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ||
तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे,
अपना दुखडा मैं किसको सुनाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ||
5. लाल लाल चुनरी सितारों वाली लिरिक्स
Top 10 Lakkha Bhajan Lyrics, लखबीर सिंह लक्खा भजन लिरिक्स
यहाँ Lal Lal Chunri Sitaro Wali Lyrics In Hindi, लाल लाल चुनरी सितारों वाली लिरिक्स दिया गया है-
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढकर आई है, माँ शेरोवाली ||
जिसको ब्रह्मा ने बनाया,
जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
रंग चुनरी का शक्ति अपार देता,
पाप मन में बसे इसको मार देता |
जिसने सारी अला बला, भगतो की टाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
इसके कोने में रिद्धि- सिद्धि रहती है,
शुभ और लाभ भक्तो को देती है |
भक्तो के मन को यह चुनरी भाने वाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
जिसको ब्रह्मा ने बनाया,
जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
माँ के सर पे यह चुनड़ी,
सुहानी लगती,
सारी दुनिया है माँ की, दीवानी लगती |
दुख के बादल दूर यह, भगाने वाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
अपनी चुनरी की छाया में,
बिठा ले श्याम को,
लक्खा जपता रहे, माँ तुम्हारे नाम को |
भक्तो को दे दे माँ, अमृत की प्याली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
जिसको ब्रह्मा ने बनाया,
जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली ||
लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली |
जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली ||
6. फुर्सत मिले तो एक बार लिरिक्स | Top 10 lakkha bhajan lyrics
Fursat Mile To Ek Baar Lyrics In Hindi:-
फ़िल्मी तर्ज – तुझको पुकारे मेरा प्यार
गायक – लखबीर सिंह ( लक्खा )
संगीत –
गीत – फुर्सत मिले तो एक बार
दोहा :-
अगर गुजरे तू राह से मेरी,
कही बाद में फिर जाना |
सबसे पहले इस लक्खा की
कुटिया में माँ आ जाना ||
फुर्सत मिले तो एक बार माँ,
फुर्सत मिले तो एक बार माँ ||
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
सब जानती हो क्या चाहता हूँ,
मै कहना सकूंगा |
इतना समझ लो माँ के बिना मैं,
रह ना सकूंगा ||
कबतक करू इन्तजार,
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
मैंने न देखे जीवन में अपने कभी,
दो पल ख़ुशी के |
दो कट गए है दो ही बचे है दिन,
इस जिंदगी के ||
अब तो दिखा दे दीदार,
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
नीच अधम पापी बालक ये,
तेरा तुझे कैसे मनाये |
क्या मैं ककरूँ जो ऊँचे पहाड़ों से तू,
दौड़ी चली आये ||
हो जाए मेरा भी उद्धार,
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
बचपन जवानी खेल में खोये,
दिन यूँ ही गुजारे |
सर पे बुढ़ापा आया जो माता लक्खा,
तुझको पुकारे ||
सुनले तू विनती एक बार,
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ |
फुरसत मिले तो एक बार ||
फुर्सत मिले तो एक बार माँ,
फुर्सत मिले तो एक बार माँ ||
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
फुर्सत मिले तो एक बार माँ,
फुर्सत मिले तो एक बार माँ ||
आजा नैन निहारे तेरी राह माँ,
फुरसत मिले तो एक बार ||
7. पार न लगोगे श्री राम के बिना लिरिक्स
पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |
राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||
वेदों ने पुराणो ने कह डाला,
राम जी का साथी बजरंगबाला |
जीए हनुमान नहीं राम के बिना,
राम भी रहे न हनुमान के बिना ||
पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |
राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||
जग के जो पालनहारे है,
उन्हे हनुमान बड़े प्यारे है |
कर लो सिफ़ारिश दाम के बिना,
रस्ता न मिलेगा हनुमान के बिना ||
पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |
राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||
जिनका भरोसा वीर हनुमान,
उनका बिगड़ता नही कोई काम |
लक्खा कहे सुनो हनुमान के बिना,
कुछ न मिलेगा गुणगान के बिना ||
पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |
राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||
8. मेरी अंखियो के सामने ही रहना लिरिक्स
गायक:- लखबीर सिंह ( लक्खा )
संगीत:- सुरेन्द्र कोहली
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के |
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के ||
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
भूखे हैं हम तो मैया तेरे ही प्यार के |
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ,
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ |
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ,
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ |
चरणों से हमको कभी करना न दूर माँ |
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे |
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना,
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना |
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना,
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना |
शेरों वाली जगदम्बे आँचल में मुझे छिपा लेना ||
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे |
तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली,
तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली,
तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली ||
तुम ही हो दुर्गा हो अम्बे मैया तुम हो काली |
बन के अमृत की धार सदा बहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए,
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए,
तेरे बालक को हाँ-हाँ, तेरे बालक को मैया |
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए ||
जहाँ देखूं माँ तू ही तू नज़र आये |
मुझे इसके सीवे कुछ ना कहना
ओ शेरों वाली जगदम्बे |
मुझे इसके सीवे कुछ ना कहना
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी,
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी |
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी,
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी ||
लक्खा गाता रहे तेरा गुणगान मैया जी |
है भजन तेरा भक्तो का गहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ||
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे |
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे |
9. अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो लिरिक्स,Top 10 lakkha bhajan lyrics
दोहा –
देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल |
कृष्ण के दर पे यह विशवास ले के आया हूँ ||
मेरे बचपन का दोस्त हैं मेरा श्याम |
यही सोच कर मैं आस लेके आया हूँ ||
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||
ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा |
इक बार मोहन से जाकर के कह दो,
कि मिलने सखा बदनसीब आ गया है ||
सुनते ही दोड़े चले आये मोहन,
लगाया गले से सुदामा को मोहन |
हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा,
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है ||
और बराबर पे अपने सुदामा बिठाये,
चरण आंसुओं से श्याम ने धुलाये |
न घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,
ख़ुशी का शमा तेरे करीब आ गया है ||
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||
10. श्री राम जानकी बैठे है | लखबीर सिंह लक्खा भजन लिरिक्स
दोहा:-
ना चलाओ बाण, व्यंग के ऐ विभिषण
ताना ना सह पाऊं, क्यूँ तोड़ी है यह माला
तुझे ए लंकापति बतलाऊं
मुझमें भी है तुझमें भी है
सब में है समझाऊँ
ऐ लंकापति विभीषण, ले देख
मैं तुझको आज दिखाऊं
स्थाई:-
देखलो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
अंतरा:-
मुझको कीर्ति न वैभव न यश चाहिए
राम के नाम का मुझको रस चाहिए
सुख मिले ऐसे अमृत को पिने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
दोहा :-
अनमोल कोई भी चीज
मेरे काम की नहीं
दिखती अगर उसमे छवि
सिया राम की नहीं
राम रसिया हु मैं, राम सुमरन करूँ
सिया राम का सदा ही मैं चिंतन करूँ
सच्चा आनंद है, ऐसे जीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
फाड़ सीना है सब को ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क देखला दिया
कोई मस्ती ना सागर मीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
देखलो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में