श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र | 21 Powerful Lakshmi Ganesh Mantra In Hindi | श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र के लाभ
यहाँ – श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र, Powerful Lakshmi Ganesh Mantra दिया गया है- देवी लक्ष्मी धन, सफलता और समृद्धि की देवी हैं। भगवान गणेश, भगवान महादेव और देवी पार्वती के पुत्र हैं जिन्हें बुद्धि का देवता माना जाता है। दीपावली पर हर घर में देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश का स्वागत किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि धन के लिए लक्ष्मी पूजा से पहले गणेश जी का आशीर्वाद लेने के लिए उनकी पूजा करनी होगी। इस प्रकार, जो लोग गणेश के बिना लक्ष्मी की पूजा करेंगे, उन्हें देवी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। इसलिए दिवाली पर हमेशा गणेश के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भजन - श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र | Lakshmi Ganesh Mantra
1. लक्ष्मी विनायक मन्त्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
ॐ श्री गं सौम्याय गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा | | इस लक्ष्मी विनायक मंत्र का जाप रोजगार प्राप्ति और आर्थिक वृद्धि के लिए किया जाता है | इस मंत्र के ऋषि अंतर्यामी, छंद गायत्री, लक्ष्मी विनायक देवता हैं, श्रीं बीज और स्वाहा शक्ति है |
2. लक्ष्मी गणेश ध्यान मन्त्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम् | धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे || यह मन्त्र मां लक्ष्मी व भगवान श्री गणेश का ध्यान मंत्र है |
3. ऋणहर्ता गणपति मन्त्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट् || ऋण से छुटकारा पाने के लिए यह मन्त्र बहुत कारगर सिद्ध होता है | इस मंत्र के ऋषि सदा-शिव हैं व छंद अनुष्टुप है, इसके देवता श्री ऋण-हर्ता गणपति हैं |
4. लक्ष्मी-विनायक मंत्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रस्वर्णघटं त्रिनेत्रम् | धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे | | श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरदे सर्वजनं में वशमानय स्वाहा | | पूजा में इस लक्ष्मी-विनायक मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें | मंत्र जाप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करना चाहिए | ध्यान रखें मंत्र का जप सही उच्चारण के साथ करना चाहिए |
5. रोगों को दूर करने का मन्त्र
त्वमेकः सर्व भूतेषु स्थावारेषु चरेषु च | परमात्मा पराकारः प्रदीपः नमोस्तुते || सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं, अन्वेषितं च सविधिं आरोग्यमस्य | गूढं निगूढं औषध्यरूपम्, धन्वन्तरिं च सततं प्रणमामि नित्यं॥ भावार्थ:- जिन्होंने समस्त रोगों को दूर किया, औसधियों और निरोगी रहने की विधि बताई, जिन्होंने ओषधियों के छुपे रहस्य बताया, उन धन्वंतरी भगवान बार-बार प्रणाम करता हूँ ॥
6. माँ लक्ष्मी मंत्र, Diwali Puja Mantra
ॐ श्रीं ह्रीं श्री कमले कमलालयै मम प्रसीद-प्रसीद वरदे श्रीं ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम: || ॐ श्रीं श्रियै नम: स्वाहा | महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं सुरेश्वरी | हरी प्रिये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं दयानिधे ||
7. Mata Lakshmi Mantra, Diwali Puja Mantra
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि | मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मि नमोस्तु ते ॥ भावार्थ:- सिद्धि, बुद्धि और भक्ति फल दयानी मोक्ष प्रदान करने वाली, मनोवांछित फल प्रदायनी हे माता महालक्ष्मी मैं आपको प्रणाम करता हूँ॥
8. कुबेर मन्त्र Kuber Mantra (Diwali Puja Mantra)
दीपावली पर महाराज कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है बुबेर जी को धन धान्य और खजाने का स्वामी माना जाता है दीपावली पर इनकी पूजा का शुभ विधान बताया गया है ॥ ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
लक्ष्मी जी की मुर्ति व लक्ष्मी जी से संबंधित वस्तुएं स्पेशल डिस्काउंट के साथ कम से कम कीमत में खरीदने के लिए नीचे क्लिक करें :-
- लक्ष्मी गणेश की मूर्ति
- लक्ष्मी माता श्रृंगार सेट
- दीपावली सजावट के सामान
- लक्ष्मी Locket
- लक्ष्मी यंत्र
- Devotional Music Box
- Devotional Gift Set
- पूजन सामग्री
9. दीपक मन्त्र Diwali Deep Mantra (Diwali Puja Mantra)
दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति: जनार्दन: | दीपो हरतु मे पापं संध्यादीपं नामोस्तुते ||
10. सम्पूर्ण दीप-स्तुति मंत्र | (Diwali Puja Mantra)
दीपज्योतिः परं ज्योतिः , दीपज्योतिर्जनार्दनः | दीपो हरतु मे पापं , दीपज्योर्तिनमोऽस्तुते ॥ शुभं करोतु कल्याणम् , आरोग्यं सुखसम्पदः | द्वेषबुद्धिविनाशाय , आत्मज्योतिः नमोऽस्तुते ॥ आत्मज्योतिः प्रदीप्ताय , ब्रह्मज्योतिः नमोऽस्तुते | ब्रह्मज्योतिः प्रदीप्ताय , गुरुज्योतिः नमोऽस्तुते ॥
11. गणेश जी का मंत्र स्तुति (Diwali Puja Mantra)
खर्वं स्थूलतनुं गजेन्द्रवदनं लम्बोदरं सुन्दरंप्रस्यन्दन्मदगन्धलुब्धमधुपव्यालोलगण्डस्थलम् | दन्ताघातविदारितारिरुधिरैः सिन्दूरशोभाकरंवन्दे शैलसुतासुतं गणपतिं सिद्धिप्रदं कामदम् ॥ ॐ श्रीगणेशाय नमः | भावार्थ:- जो नाटे और मोटे शरीरवाले हैं, जिनका गजराजके समान मुख और लम्बा उदर है, जो सुन्दर हैं तथा बहते हुए मदकी सुगन्धके लोभी भौंरोके चाटने से जिनका गण्डस्थल चपल हो रहा है, दाँतोंकी चोट से विदीर्ण हुए शत्रुओंके खूनसे जो सिन्दूरकी-सी शोभा धारण करते हैं, कामनाओंके दाता और सिद्धि देनेवाले उन पार्वतीके पुत्र गणेशजीकी मैं वन्दना करता हूँ |
12. महालक्ष्मी सिद्धि मंत्र | (दिवाली मंत्र)
किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जाएं। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो या श्रीयंत्र हो। तब कमल गट्टे की माला से निम्न मंत्र का सवा लाख बार जाप करें। मंत्र : ”ऊं श्रीं ह्रीं श्री कमलालये प्रसीद प्रसीद श्री ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।।” जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्वफल, कमल, कमलगट्टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
13. स्थिर लक्ष्मी प्राप्ति मन्त्र | (Diwali Puja Mantra)
हवन सामग्री – पांचो मेवा, मिश्री, शुद्ध देशी घी एवं जाप के लिए कमल गट्टे की माला | किसी भी शुद्ध आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जाएं। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो या श्रीयंत्र हो। तब कमल गट्टे की माला से निम्न मंत्र का 108 बार जाप करें | जाप करते हुए प्रति मन्त्र पर हवन करें | मंत्र : ”ऊं श्रीं ह्रीं श्री कमलालये प्रसीद प्रसीद श्री ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।।” जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्वफल, कमल, कमलगट्टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
14. अमोघ गणेश लक्ष्मी मंत्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
ॐ गं गणपति रूप श्री पद्मादेव्यै नमः मम लक्ष्मी प्राप्ति कुरु कुरु स्वाहा” अमोघ धनप्राप्ति के लिए गणपति और लक्ष्मीजी का यह मंत्र अद्भुत है | किसी भी दिन से इस मंत्र का आरम्भ कर सकते है | इस साधना के विशेष कोई नियमादि नहीं है ||
15. श्री गणेश बीज मंत्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
ॐ गं गणपतये नमः ||
16. गणेश जी को भोग लगाने का मन्त्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
शर्कराघृत संयुक्तं मधुरं स्वादुचोत्तमम | उपहार समायुक्तं नैवेद्यं प्रतिगृह्यतां ||
17. गणेश वंदना मंत्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
वन्दहुं विनायक, विधि-विधायक, ऋद्धि-सिद्धि प्रदायकम् | गजकर्ण, लम्बोदर, गजानन, वक्रतुण्ड, सुनायकम् || श्री एकदन्त, विकट, उमासुत, भालचन्द्र भजामिहम | विघ्नेश, सुख-लाभेश, गणपति, श्री गणेश नमामिहम ||
18. गणेश प्रार्थना मन्त्र (Lakshmi Ganesh Mantra)
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय , लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय | नागाननाय श्रुतियग्यविभुसिताय, गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते ||
19. लक्ष्मी बीज मन्त्र, Lakshmi Beej Mantra
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
20. महालक्ष्मी मन्त्र, Mahalakshmi Mantra
श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
21. लक्ष्मी गायत्री मन्त्र, Lakshmi Gayatri Mantra
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
राशियों के अनुसार लक्ष्मी मंत्र हिंदी
मेष मां लक्ष्मी के ‘श्रीं’ मंत्र का जाप करना चाहिए. इस शब्द के जाप से देवी प्रसन्न होती हैं. संभव हो तो 10008 बार जाप करें. वृषभ ॐ सर्वबाधा विर्निमुक्तो धनधान्यसुतान्वित:, मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:, इस मंत्र की रोज एक माला जाप करें. मिथुन ॐ श्रीं श्रीये नम:, इस मंत्र का रोज जाप करें. कर्क ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ, इस मंत्र का रोज जाप करें. सिंह ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नम: का जाप करें. कन्या ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नम:, मंत्र का एक माला जाप करें. तुला ॐ श्रीं श्रीय नम:, का जाप करें. वृश्चिक ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नम:, इस मंत्र के जाप से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. धनु ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नम:, मंत्र का जाप करें. मकर ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ, मंत्र का जाप करें. कुंभ ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा, मंत्र का जाप करने से देवी प्रसन्न होंगी. मीन ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नम:, नित्य दो माला जाप करें.
अन्य बेहतरीन भजन:-
Lakshmi Ganesh Mantra FAQ”s | श्री लक्ष्मी गणेश मंत्र से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
ऊँ नमः विष्णुप्रियाय, ऊँ नमः शिवप्रियाय, ऊँ नमः कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा। प्रयोग विधि- धूप-दीप से पूजन और नैवेद्य अर्पित करके इस मंत्र का सवा लाख जप करें, लक्ष्मी का आगमन व चमत्कार प्रत्यक्ष दिखाई देगा। प्रत्येक कार्य सफल होगा, लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
जब भी किसी शुभ कार्य के लिए जाएं तो पहले मीठा दही खाएं। उसके बाद घर से निकलें। अगर शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी के मंदिर में शंख, कोड़ी, कमल का फूल, मखाने, बताशे, खीर और गुलाब का इत्र चढ़ाया जाए तो मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
महालक्ष्मी मंत्र: “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्ये नम:” मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है। खासतौर से इस मंत्र के जाप से कर्ज से मुक्ति मिलने की मान्यता है।
भगवान गणेश की पूजा में मोदक का भोग और दूर्वा चढ़ाने का विशेष रूप से महत्व होता है. दूर्वा चढ़ाने से सभी तरह के सुख और संपदा में वृद्धि होती है. बिना दूर्वा के भगवान गणेश की पूजा अधूरी मानी जाती है |
गणेश जी को लड्डू, मोदक या अन्य प्रसाद चढ़ाएं । लड्डू और मोदक मीठे व्यंजन हैं और गणेशजी की पसंदीदा मिठाई हैं। गणेश को ये उपहार देने से आप पर उनकी कृपा लाने में मदद मिलेगी।
ओम् एकदंताय विधामहे, वक्रतुंडय धिमहि, तन्नो दंति प्रचोदयात ..!! अर्थ: हम एक दांत वाले हाथी के दांत वाले से प्रार्थना करते हैं जो सर्वव्यापी है। हम अपने दिमाग को ज्ञान से रोशन करने के लिए एक दांत वाले हाथी के दांत के सामने झुकते हैं।
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम” ये मां लक्ष्मी का बीज मंत्र माना जाता है. ऐसा माना जाता इस मंत्र के नियमित जाप करने से इंसान का आत्मविश्वास बढ़ता है. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से आर्थिक तंगी नहीं रहती और इंसान के कष्ट दूर हो जाते हैं. “ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ”