मन की गति पछाड़ चले बजरंगबली लिरिक्स, Man Ki Gati Pachad Chale Lyrics

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मन की गति पछाड़ चले बजरंगबली लिरिक्स, Man Ki Gati Pachad Chale Lyrics In Hindi

Man Ki Gati Pachad Chale Lyrics

“याद आ गया जब भुलापन,
तो गरजे पवन कुमार,
सीता माँ का पता लगाने,
चले है सागर पार ||”

मन की गति पछाड़ चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली || ||

मृत्यु भय से सहम गयी,
काँपने लगी थर थर,
सिंधु हुआ नतमस्तक,
देखता है बस डर डर,
पवन पिता सहयोगी,
साथ चल पड़े सर सर |
पुष्प लूटाते नभ से,
देवता अंजलि भर भर ||

रुद्र के अवतार चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली || ||

देव दनुज यक्ष मनुज,
प्रश्न बार बार करे,
श्रष्टि के सुखंड खंड,
खंड हाहाकार करे,
अंजनी के लाल,
महाकाल कुछ उजारेंगे |
हनुमान शायद,
रावण को आज मारेंगे ||

रूप अजब धार चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली || ||

रस्तो का अवरोध,
हर विरोध कर दिया निष्फल,
कपिकुमार लंका में,
गए तो मच गयी हलचल,
वाटिका अशोक तो,
उजाड़ना बहाना था,
मौत जिसमे रावण की,
बाण लेके जाना था ||

ढूंढ के वो बाण चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली || ||

मन की गति पछाड़ चलें,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली || ||


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