मोरा कौन हरे दुःख पीरा लिरिक्स चौताल, Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Lyrics

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इस पोस्ट में मोरा कौन हरे दुःख पीरा लिरिक्स, Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Lyrics के साथ – साथ इसका सरगम नोट्स भी दिया गया है |

मोरा कौन हरे दुःख पीरा लिरिक्स, Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Lyrics, Holi Chautal Lyrics In Hindi

Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Lyrics

मोरा कौन हरे दुःख पीरा
बिना रघुवीरा,

लगे अषाढ़ उमड़ घन गरजे
सावन गरुण गंभीरा,

अरे सावन गरुण गंभीरा
अरे हाँ सावन गरुण गंभीरा,

उड़े गुलाल लाल भये बादर,
सावन गरुण गंभीरा,

अरे सावन गरुण गंभीरा
अरे हाँ सावन गरुण गंभीरा,

भादवं बिजुरी तड़ा – तड़ तडके -4
वै तो भरी आये चहुँ दिशि नीरा,
बिना रघुवीरा,

मोरा कौन हरे दुःख पीरा
बिना रघुवीरा,

लगे कुआर उमड़ भये बरखा
कार्तिक निर्मल नीरा,

अगहन ओस सतावन लागे,
मोरा थर – थर काँपे शरीरा,
बिना रघुवीरा,

मोरा कौन हरे दुःख पीरा
बिना रघुवीरा,

अरे पूस मास जड़ा जोर होत है
माघे मकर महीना,

फागुन फगुआ चैत संग खेलें
वै तो केहि पर फेंके अबीरा,
बिना रघुवीरा,

मोरा कौन हरे दुःख पीरा
बिना रघुवीरा,

चैत मास बन केशव फूलै
बैशाखे बन बेला,

गोरे-गोरे बहिया आवार दार कंगना
बैशाखे बन बेला,

छींटूदास जेठ कब लागिहै
वै तो आये मिले रघुवीरा,
हरे दुःख पीरा ||


Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Sargam notes

होली के समय सबसे ज्यादा गई जाने वाली होली गीत में यह Mora Kaun Hare Dukh Peera Holi Chautal Lyrics, Holi Chautal Sargam notes सबसे ज्यादा गई जाती है |

  • इसके सरगम नोट्स में लगने वाले स्वर कुछ इस प्रकार हैं –
    मंद्र सप्तक में नि और ध एवं मध्य सप्तक में सा, रे, ग फिर म और प का प्रयोग किया गया है | अर्थात सभी स्वर शुद्ध हैं |

Holi Chautal Lyrics

यहाँ Holi Chautal Sargam notes, दिया गया है |

मोरा कौsन हरे दुःख पीरा
सारे गगम मग रेग रेसा
बिना   रघु      वीssरा
गरे    सासा   .नि.ध.निसा

लगे अषाढ़ उमड़ घन गरजे
रेरे   ममम ममग गग गरेरे
सावन गरुण गंभीरा
रेरेग    रेरेसा सारेनिरे

अरे सावन गरुण गंभीरा
रेरे रेमम मम मगगग
अरे हाँ सावन गरुण गंभीरा
गग रे  रेरेग   रेरेसा  सारेनिरे

उड़े गुलाल लाsल भये बादर
रेरे ममम ममग गग गरेरे
सावन गरुण गंभीरा
रेरेग रेरेसा सारेनिरे

अरे सावन गरुण गंभीरा
रेरे रेमम मम मगगग
अरे हाँ सावन गरुण गंभीरा
गग रे रेरेग रेरेसा सारेनिरे

भादवं बिजुरी तड़ा – तड़ तडके -4
रेरेम   ममम  मग – गग गरेरे
वै तो भरी आये | चहुँ दिशि नीsरा
रे  रे  मम मम  | मग  गग गरेरे
बिना रघुवीsरा
रेग रेसारेनिरे

मोरा कौsन हरे दुःख पीरा
सारे गगम मग रेग रेसा
बिना   रघु      वीssरा
गरे    सासा   .नि.ध.निसा

लगे कुआर उमड़ भये बरखा
रेरे   ममम ममग गग गरेरे
कार्तिक निर्मल नीssरा
रेरेग     रेरेसा     सारेनिरे

अगहन ओस सतावन लागे
रेरेमम    मम मगगग गरेरे
मोरा थर – थर काँपे शरीरा
रेरे    मम – मम गग गरेरे
बिना   रघुवीsरा
रेग     रेसारेनिरे

मोरा कौsन हरे दुःख पीरा
सारे गगम मग रेग रेसा
बिना    रघु       वीssरा
गरे      सासा   .नि.ध.निसा

अरे पूस मास | जड़ा जोर होत है
रेरे  मम मम  | मग गग  गरे रे
माघे मकर महीsना
रेरेग रेरेसा सारेनिरे

फागुन फगुआ चैsत संग खेलें
रेरेम     ममम मगग गग रेरे
वै तो केहि पर फेंsके अबीsरा,
रे  रे  मम मम मगग गगरेरे

बिना   रघुवीsरा
रेग     रेसारेनिरे

मोरा कौsन हरे दुःख पीरा
सारे गगम मग रेग रेसा
बिना    रघु       वीssरा
गरे      सासा   .नि.ध.निसा

चैत मास बन | केsशव फूsलै
रेरे   मम मम | मगगग गरेरे
बैशाखे बन बेssला,
रेरेग रे सारेनिरे

गोरे-गोरे बहिया | आवार दार कंगना
रेरे – मम  मम    | मग    गग गरेरे
बैशाखे बन बेला,
रेरेग रे सारेनिरे

छींटूदास जेsठ कब लागिहैs
रेरेमम ममम गग गगरेरे

वै तो आये मिले रघुवीsरा,
रे   रे  मम मम मगगरेरे
हरे दुःख पीsरा
रेग रेसा रेनिरे


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