Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik Lyrics | राधे कृष्ण की ज्योति लिरिक्स
यहाँ Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik Lyrics In Hindi, राधे कृष्ण की ज्योति लिरिक्स दिया गया है-
पद- सवैया
गीत- राधे कृष्ण कि ज्योति अलौकिक
Savaiyaa – Raadhey Krishna Ki
Movie – Vivah (Amrita Rao & Amrita Prakash)
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक,
तीनों लोक में छाय रही है |
भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन,
फिर भी दीप जलाय रही है |
कृष्ण को गोकुल से राधे को
कृष्ण को गोकुल से राधे को,
बरसाने से बुलाय रही है ||
दोनों करो स्वीकार कृपा कर,
जोगन आरती गाय रही है |
दोनों करो स्वीकार कृपा कर,
जोगन आरती गाय रही है ||
भोर भये ते सांज ढले तक,
सेवा कौन इतनेमें म्हारो |
स्नान कराय वो वस्त्र ओढ़ाय वो,
भोग लगाय वो लागत प्यारो ||
कब ते निहारत आपकी ओर
कब ते निहारत आपकी ओर,
की आप हमारी और निहारो ||
राधे कृष्ण हमारे धाम को,
जानी वृन्दावन धाम पधारो |
राधे कृष्ण हमारे धाम को,
जानी वृन्दावन धाम पधारो ||
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक,
तीनों लोक में छाय रही है |
भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन,
फिर भी दीप जलाय रही है |
कृष्ण को गोकुल से राधे को
कृष्ण को गोकुल से राधे को,
बरसाने से बुलाय रही है ||