रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती लिरिक्स , Re Baswa Kahe Piyari Tori Pati Lyrics
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती लिरिक्स, Re Baswa Kahe Piyari Tori Pati Lyrics
यहाँ – रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती लिरिक्स, Re Baswa Kahe Piyari Tori Pati Lyrics दिया गया है-
काहें पियरी तोरी पाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती |
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
जाती हमारी काँटी कटीली,
पोर – पोर पर गांठी,
हो ss गांठी |
फूलत है फल आवत नाहीं,
लोग कहत हमें पापी,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती |
हो बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
अंधन को मैं राह बताऊँ,
नाम हमारो पड़ो लाठी,
हो ss लाठी |
अंधन को मैं राह बताऊँ,
नाम हमारो पड़ो लाठी,
जिनके घर में गाय बियानी,
तोड़त है मोरी पाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती |
हो बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
काहें पियरी तोरी पाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
भूखन को फल तोड़ खिलाऊं,
गहरी नदिया थाह लगाऊं,
भूखन को फल तोड़ खिलाऊं,
गहरी नदिया थाह लगाऊं,
समय पड़े पर काम मैं आऊं,
दुश्मन की तोड़ देऊ छाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती |
हो बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
काहें पियरी तोरी पाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
हमरे के s सिरवा बनावत,
हमरे बनावत पाटी,
हमरे के s सिरवा बनावत,
हमरे बनावत पाटी,
कहत कबीर बांस के यह गुण,
कहत कबीर बांस के यह गुण,
मरघट तक है साथी |
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती |
हो बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||
काहें पियरी तोरी पाती,
रे बंसवा काहें पियरी तोरी पाती ||