इस पोस्ट में सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची लिरिक्स, Ganesh Ji Ki Aarti Sukh karta Dukh harta Lyrics, सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची लिरिक्स और इसका सरगम नोट्स भी दिया गया है |
Sukh karta Dukh harta Lyrics, सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची लिरिक्स
यहाँ जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति लिरिक्स ( सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची लिरिक्स ) Sukh karta Dukh harta Lyrics दिया गया है –
सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
जय देव जय देव
Ganesh Ji Ki Aarti Sukh karta Dukh harta Sargam Notes
इस भजन Sukh karta Dukh harta Lyrics में लगने वाले स्वर हैं –
सा, रे, ग, म. प और ध तथा नि का प्रयोग हुआ है |
- इस Ganesh Ji Ki Aarti Sukh karta Dukh harta Sargam Notes भजन में प्रयोग किये गए सभी स्वर शुद्ध हैं | शुद्ध स्वरों के थाट को बिलावल थाट एवं इसके राग को राग बिलावल कहा जाता है तो –
- राग बिलावल की बंदिश नोटेशन के साथ एवं इसका स्वर विस्तार तथा आलाप और तान के लिए नीचे क्लिक करें –
Raag Bilawal Parichay Bandish and Notation With Alap and Taan
सुख कर्ता दुख हर्ता
सासा म-म- मम म- म
वार्ता विघ्नाची
मप प-मग
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची
मप धनि धप मप गमम
सर्वांगी सुंदर | उटी शेंदुराची
सा-मम ममम | मम प-पमग
कंठी झलके माल | मुक्ता फणाचीss
मप धनि धप | मप मपध–
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
जय देव, जय देव,
सा- म- मम- म
जय मंगल मूर्ती
म पप मग
दर्शन मात्रे मन कामना पुर्तीss
मप धनि धप मप मपध–
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
रत्न खचित फरा | तूज गौरीकुमरा
सासा म-म- मम | मम मपपमग
चंदनाची उटी कुंकुम केशरा
मपधनि धप मप गमम
हिरेजड़ित मुकुट | शोभतो बरा
सा-मम ममम | ममप- पमग
रुणझुणती नूपुरे | चरणी घागरीया
मपधनि धप | मप मपध–
जय देव, जय देव,
सा- म- मम- म
जय मंगल मूर्ती
म पप मग
दर्शन मात्रे मन कामना पुर्तीss
मप धनि धप मप मपध–
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
लंबोदर पीतांबर | फणीवर बंधना
सासाम- म-मम | मममप पमग
सरणs सोंड | वक्रतुण्ड त्रिनयना
मपधनि धप | मप गमम
दास रामाचा वाट | पा-हे- सदना
सा- ममम मम | ममप- पमग
संकटी पावावें, | निर्वाणी रक्षावे, सुरवरवंदना
मपध निधप | मपधनि धपमप मपध–
जय देव, जय देव,
सा- म- मम- म
जय मंगल मूर्ती
म पप मग
दर्शन मात्रे मन कामना पुर्तीss
मप धनि धप मप मपध–
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
शेंदुर लाल चढायो | अच्छा गजमुख को
सासा म-म ममम | मम मपपम ग
दोन्दिल लाल बिराजे | सूत गौरिहर को
मप धनि धप | मप गमम म
हाथ लिए गुड लड्डू | साई सुरवर को
सासा म- म- मम | मम मपपम ग
महिमा कहे ना जाय | लागत हूँ पद को
मप ध नि धप | मप ग मम म
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
सासा म- म- मममम मपपमग
धन्य तुम्हारो दर्शन | मेरा मत रमता
मप धनि धप | मप गम मम
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
सासा म- म- मममम मपपमग
विघन विनाशन | मंगल मूरत अधिकारी
मप धनिधप | मम मप गममम
कोटि सूरज प्रकाश | ऐसे छबी तेsरी
सासा म-म- मम | मम मप पमग
गंडस्थल मद्मस्तक | झूल शशि बहरी
मपधनि धपम | मम पग ममम
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
सासा म- म- मममम मपपमग
धन्य तुम्हारो दर्शन | मेरा मत रमता
मप धनि धपम | मम पग ममम
जय देव, जय देव
प- म- मम- म
भावभगत सेs कोई | शरणागत आवेs
सासाम- म- मम | मममप पमग
संतति संपत्ति सबही | भरपूर पावेs
मप धनि धपम | ममपग ममम
ऐसे तुम महाराज | मोको अति भावे
सासा म- म-ममम | मम पप मग
गोसावीनंदन निशिदिन | गुण गावेs
मपधनिधप म-मम | पग ममम
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
सासा म- म- मममम मपपमग
धन्य तुम्हारो दर्शन | मेरा मत रमता
मप धनि धपम | मम पग ममम
जय देव, जय देव
प- म- मम- म